केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के दो संगठनों, जम्मू और कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) और डेमोक्रेटिक पॉलिटिकल मूवमेंट (डीपीएम) ने अलगाववाद से सभी संबंध तोड़ने की घोषणा की है। अमित शाह ने कहा कि कश्मीर में अब अलगाववाद इतिहास बन चुका है। उन्होंने आग्रह किया कि ऐसे सभी समूह आगे आएं और अलगाववाद को हमेशा के लिए खत्म करें। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित, शांतिपूर्ण और एकीकृत भारत के निर्माण के दृष्टिकोण की बड़ी जीत बताया गया है। अमित शाह ने कहा कि यह कदम कश्मीर के लोगों के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगा और उन्हें विकास और समृद्धि के रास्ते पर ले जाएगा। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के इन दो संगठनों ने अपने बयान में कहा है कि वे अलगाववाद की नीतियों को त्याग देंगे और भारत के साथ मिलकर काम करेंगे। यह कदम कश्मीर में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में मदद करेगा और क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देगा। अमित शाह ने कहा कि यह कदम कश्मीर के लोगों के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगा और उन्हें विकास और समृद्धि के रास्ते पर ले जाएगा। उन्होंने आग्रह किया कि अन्य अलगाववादी समूह भी इसी तरह का कदम उठाएं और भारत के साथ मिलकर काम करें। इस कदम का स्वागत करते हुए, जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि यह कदम कश्मीर में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि यह कदम कश्मीर के लोगों के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगा और उन्हें विकास और समृद्धि के रास्ते पर ले जाएगा।