प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन में शांति चाहता है। धन – दौलत लोगों के पास रहने के बावजूद भी वे तनाव,चिंता एवं परेशानी में रहते हैं।भौतिक सामग्रियां क्षण भर के लिए आपको खुशी प्रदान कर सकता है ,लेकिन मानसिक , भावनात्मक और शारीरिक शांति के बिना जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों का आनंद नहीं ले सकते हैं।
1. ध्यान: आज भाग – दौड़ के समय में मन, तन और भाव को नियंत्रण ,एकाग्र एवं शांत करने का उच्चतम तरीका है – ध्यान।ध्यान एक श्रेष्ठ एवं सशक्त प्रक्रिया है,जो समग्र अंगों एवं भाव को नियंत्रण करती है।ध्यान नकारात्मक विचारों से मुक्ति पाने का सबसे प्रभावी तरीका है।
ध्यान आप किसी भी समय कर सकते हैं।लेकिन जो सबसे उत्तम समय है – वह है सुबह का समय। रोज सुबह उठे और 10– 15 मिनट ध्यान करें।प्रतिदिन 10– 15 ध्यान आपको पूरे दिन के लिए शांति,ऊर्जा और शक्ति प्रदान करेंगी।
2.4–7–8 रूल: यह एक प्रभावी रुल है।यह रुल deep breathing exercises का है।जिससे आप तनाव से राहत पाते हैं। आपको निम्नलिखित विधि को अपनाना पड़ता है।
# इस विधि को आप सुबह,शाम या दोपहर किसी भी समय कर सकते हैं।जब आप तनाव में ज्यादा खुद को महसूस करें,तब आप यह विधि जरूर अपनाएं।
* 4 सेकंड तक नाक से गहरी सांस लें।
* 7 सेकंड तक सांस रोककर रखें।
* फिर धीरे – धीरे 8 सेकंड में सांस छोड़ें।
इस विधि से ब्रेन को अधिक ऑक्सीजन मिलती है और शांति का अनुभव होता है। साथ ही साथ यह विधि breathing की प्रक्रिया को सही करती है।
3. दूर: आज हम सभी प्रकृति से दूर हो रहे हैं और औद्योगिक के नजदीक जा रहे हैं।आज प्रकृति को नष्ट करके ऊंची – ऊंची इमारत ,कारखाने इत्यादि बना रहे हैं।प्रकृति से दूर होने की वजह से मनुष्य शांति पाने में चूक जा रहा हैं।वेस्टर्न कल्चर के नकारात्मक प्रभाव की वजह से मनुष्य अशांत जीवन जी रहा है।
समग्र शांति पाने का उत्तम विधियों में एक विधि है कि प्रकृति के करीब जाएं ।सुबह – सुबह मोबाइल देखने की आदत को छोड़े ,ध्यान करने के बाद सुबह की सैर करने के लिए निकल जाएं , बागवानी करें , नदी – तालाब के किनारे बैठें।उसकी लहरों को सुने। यह क्रिया आपको शांति, उत्साह और उमंग दे सकती है।
4. संतुलन एवं कम: जैसे कि आपने पढ़ लिया है कि उपरोक्त विधियों के बारे में।शारीरिक व्यायाम भी बेहद जरूरी है। फिजिकल एक्सरसाइज तन और मन दोनों को स्वस्थ रखता है।
जैसे कि आप सूर्य नमस्कार, प्राणायाम करने से मन और तन को शांति मिलती है।साथ ही साथ विभिन्न शारीरिक गतिविधियों से संबंधित खेल खेले,दौड़े,साइकिल चलाएं इत्यादि।
अपने जीवन को अनुशासन रूप से जिए अर्थात बाउंड्री तय जरूर करें।अधिक सोशल मीडिया और क्रीन टाइम से मानसिक बढ़ता है। जब जरूरी हो तब ही मोबाइल या लैपटॉप का उपयोग करें।
5. बात करें : खुद से बातें करना सबसे जरूरी है। आत्म – निरीक्षण एवं आत्म – विश्लेषण सबसे जरूरी प्रक्रिया है।इसलिए प्रतिदिन स्वयं से बात करें।अपने विचारों,कार्यों का विश्लेषण करें। अपने विचारों को डायरी में लिखें।
अपने जीवन में सकारात्मक लोगों के साथ रहें,सकारात्मक विचारों को अपनाएं। इंटरनेट का सदुपयोग करें। सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों को फॉलो करें ,जिससे आपको लाभ मिलें।सकारात्मक बातें सीखने का मौका मिलें।सकारात्मकता चयन मन के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक सिद्ध होता है।
ये कुछ महत्वपूर्ण कार्य है,जिससे फॉलो करके आप शांति पा सकते हैं। उपरोक्त कार्य के अलावा आप इन कार्यों को भी कर सकते हैं।
# क्षमा करना सीखें।
# अतीत की गलतियों को भूलकर आगे बढ़ें।
# संतुलित एवं सात्त्विक भोजन करें।
# दूसरे की मदद करें।
# वर्तमान में जिएं।
आशा करती हूं कि यह टिप्स आपके लिए लाभदायक होगा।
धन्यवाद
काजल साह
|