श्रीलंकाई नौसेना ने 14 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया है, जो अवैध रूप से श्रीलंका के जल क्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में पकड़े गए हैं। यह घटना भारत और श्रीलंका के बीच लंबे समय से चले आ रहे मछुआरों के विवाद को फिर से गर्मा देगी।
गिरफ्तार मछुआरों को मन्नार नौसैनिक अड्डे पर ले जाया गया है, जहां उन्हें पूछताछ के लिए रखा गया है। श्रीलंकाई नौसेना का कहना है कि उन्होंने मछुआरों को अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
इस घटना के बाद, रामेश्वरम मछुआरा संघ ने भारत सरकार से अपील की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और गिरफ्तार मछुआरों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि यह घटना भारतीय मछुआरों के लिए एक बड़ा झटका है और उन्होंने सरकार से अपील की है कि वे इस मामले में तुरंत कार्रवाई करें।
भारत और श्रीलंका के बीच मछुआरों का विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। दोनों देशों के मछुआरे अक्सर एक दूसरे के जल क्षेत्र में मछली पकड़ने के लिए जाते हैं, जिससे तनाव पैदा होता है। इस विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच कई बार बातचीत हुई है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।
इस घटना के बाद, भारतीय मछुआरों ने श्रीलंकाई नौसेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना ने उन्हें अवैध रूप से गिरफ्तार किया है और उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।
भारत सरकार ने इस मामले में हस्तक्षेप करने का वादा किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे इस मामले में श्रीलंकाई सरकार के साथ संपर्क में हैं और गिरफ्तार मछुआरों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
इस घटना के बाद, भारत और श्रीलंका के बीच तनाव बढ़ गया है। दोनों देशों के बीच मछुआरों का विवाद लंबे समय से चला आ रहा है, और यह घटना इस विवाद को और भी जटिल बना सकती है।
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