जमशेदपुर शहर में मंगला पूजा की धूम मची हुई है। इस पूजा में सुहागिन महिलाएं और कुंवारी कन्याएं भाग लेती हैं, जो अपने सुहाग की रक्षा और परिवार में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करती हैं। इस पूजा को पूरे विधि-विधान से किया जाता है, जिसमें नदी से पूजा की शुरुआत की जाती है।
पूजा के दौरान, वर्तधारी नदी से कलश में जल लेकर घर पहुंचते हैं और उसके बाद दो दिनों तक माँ मंगला की पूजा की जाती है। लोगों का मानना है कि यह पूजा आदि काल से की जा रही है, जब इलाके में सूखा और महामारी जैसी बीमारियां हुआ करती थीं। तब उन बीमारियों से निजात पाने के लिए माँ मंगला की पूजा शुरू की गई थी।
माँ मंगला की पूजा से सूखा और महामारी जैसी समस्या से निजात मिल जाती है, जिससे देश और परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है। पूजा के दौरान, माँ को प्रसन्न करने के लिए भक्त जलते हुए अंगारे पर चलते हैं। भक्त जब इस जलते हुए अंगारे पर चलते हैं तो उनके पैर में छाले तक नहीं पड़ते हैं।
यह पूजा जमशेदपुर शहर में धूम-धाम से किया जा रहा है, जिसमें लोग अपनी आस्था और विश्वास के साथ भाग ले रहे हैं। मंगला पूजा का यह अनोखा दृश्य देखने को मिल रहा है, जो लोगों को आकर्षित कर रहा है।
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