जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत एलबीएसएम कॉलेज के पास बुधवार तड़के एक भीषण आग लग गई, जिसमें लगभग आधा दर्जन फुटपाथी दुकानें जलकर स्वाहा हो गईं। इन दुकानों में फल, सब्जियां और जूते-चप्पल बेचे जाते थे। आग लगने की सूचना मिलते ही दुकानदार मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक उनकी दुकानें राख के ढेर में तब्दील हो चुकी थीं।
नुकसान का आंकलन
स्थानीय लोगों के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि दुकानदारों के पास अपना सामान बचाने का कोई मौका नहीं मिला। नुकसान का आंकलन अभी नहीं किया गया है, लेकिन प्राथमिक तौर पर हजारों से लाखों रुपये की क्षति का अंदेशा जताया जा रहा है।
दुकानदारों की परेशानी
प्रभावित दुकानदारों ने बताया कि इन दुकानों से ही उनके परिवार का गुजारा चलता था। आग लगने से उन्हें आर्थिक और मानसिक रूप से काफी नुकसान हुआ है। अब वे अपने व्यवसाय को फिर से शुरू करने की कोशिश में जुट गए हैं।
जांच की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि आग कैसे लगी, इसकी जांच होनी चाहिए। यह हादसा था या किसी साजिश का हिस्सा, इसकी जांच करना आवश्यक है। लेकिन सवाल यह है कि जांच कौन करेगा?
प्रशासन की भूमिका
इस घटना के बाद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई या सहायता नहीं मिली है। पीड़ित दुकानदार मलबे से अपने टूटे आशियाने को फिर से खड़ा करने की कोशिश में जुट गए हैं। यह घटना एक बार फिर फुटपाथी दुकानदारों की असुरक्षा और प्रशासनिक उपेक्षा को उजागर करती है।
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