कोल्हान विश्वविद्यालय के अंगीभूत कॉलेजों में वित्तीय संकट गहरा गया है। दो वर्षों से विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कंटिजेंसी फंड का आवंटन नहीं किया गया है, जिससे कॉलेजों में साफ-सफाई और पठन-पाठन सामग्री की कमी हो गई है। कॉलेजों को अपने दैनिक खर्चों को पूरा करने में भी मुश्किलें आ रही हैं। इस वित्तीय संकट के कारण कॉलेजों में परीक्षा संबंधी कार्यों में भी परेशानियां हो रही हैं। उत्तरपुस्तिकाओं को लाने और मूल्यांकन के बाद वापस पहुंचाने के खर्च के लिए भी कॉलेजों को जद्दोजहद करनी पड़ रही है। नई कुलपति की पहली सिंडिकेट मीटिंग में होगा फैसला विश्वविद्यालय की अगली सिंडिकेट मीटिंग में इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश की जाएगी। नई कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता की अध्यक्षता में होने वाली इस मीटिंग में कॉलेजों के सुचारू संचालन और पठन-पाठन की व्यवस्था पर चर्चा होगी। उम्मीद है कि इस मीटिंग में कंटिजेंसी फंड की समस्या का समाधान निकाला जाएगा और कॉलेजों को वित्तीय संकट से राहत मिलेगी।