खेल हो या शिक्षा हर उन्नति के क्षेत्र में मनुष्य जीत हासिल करना चाहता है। जीत हासिल करने के लिए जो कठोर मेहनत, अनुशासन, धैर्य चाहिए.. उसमें अधिकांश व्यक्ति विफल हो जाते है। जीत हासिल करने के लिए औसत से ऊपर उठना पड़ता है। जीत हासिल करने के लिए त्याग जरुरी है.. उन सभी आदतों को त्यागना जरुरी है, जो आपको जीतने में बाधा उत्पन्न कर रही है।
आज इस निबंध के माध्यम से हम यह जानने का प्रयास करेंगे कि जीतने के लिए आवश्यक तत्व कौन -कौन से है?
जीतने के लिए आवश्यक तत्व
.....................................
जीतना एक व्यापक और अनमोल शब्द है। जीतना यह विभिन्न क्षेत्रों में अलग - अलग चीजों का प्रतिनिधित्व कर सकता है। खेल हो या शिक्षा, परीक्षा हो या जीवन का कोई लक्ष्य इत्यादि क्षेत्रों में जीत हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण कारक जरुरी है।
जीतने के लिए महत्वपूर्ण कारक :
1. लक्ष्य :जूनून अर्थात जीतने का जिद्द तभी सम्भव हो पाएगा.. जब जीवन में बड़ा, सार्थक लक्ष्य होगा। खेल, शिक्षा, प्रतियोगी एग्जाम या जीवन का लक्ष्य इत्यादि। सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें। लक्ष्य बिना जीवन व्यय है। जीवन को सार्थक कार्यों से पूर्ण एवं सफलता प्राप्ति के लिए स्पष्ट, सार्थक एवं मापनीय लक्ष्य बनाये।
लक्ष्य ऐसा होना चाहिए, जिसे पाने के लिए असीमित मेहनत अनुशासन के साथ कर पाए। इसीलिए यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी क्षेत्र में जीत हासिल करने के लिए लक्ष्य निर्धारित करें।
2. कड़ी : मेहनत में वह अपार शक्ति है, जिससे हर असम्भव कार्य सम्भव साबित हो सकता है। कड़ी मेहनत से ही आज हम सभी पाषाण युग से डिजिटल युग में चुके है। सफलता रातों - रात नहीं मिलती लेकिन हर रात जो कड़ी से कड़ी मेहनत करते है, उसे एक दिन जरूर मिलती है। किसी भी क्षेत्र में सफल अर्थात जीत हासिल करने के लिए कड़ी से कड़ी मेहनत हमें करना चाहिए। अगर आपके पास टैलेंट लेकिन मेहनत की शक्ति नहीं है तब वह गुण व्यर्थ है। केवल जिद्द करने से जीत नहीं मिल जाती है.. जीवन में लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत करनी पडती है।
3. अनुशासन :सफलता का सबसे प्रमुख स्तम्भ है अनुशासन। एक अनुशासित व्यक्ति ही अपने जीवन में सफलता का आनंद ले पाते है। अनुशासन नीम की पत्ती की भांति है लेकिन इसके स्वाद से तन और मन दोनों स्वस्थ रहता है।जीतने के लिए जरुरी है कि आप अनुशासन से अपने लक्ष्य के लिए कार्य करें, अनुशासन से नियमित अभ्यास करें और अनुशासन से स्वयं को हर दिन तैयार करें। आज का युग प्रतियोगी युग है। इस युग में जीत हासिल करने के लिए आपको श्रेष्ठतम बनने का पूरा अभ्यास करना चाहिए।
अगर आप भी जीत हासिल करना चाहते है, तब कड़ी मेहनत से लेकर अनुशासन और हर महत्वपूर्ण सफलता के तत्व के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति, विश्वास विकसित करें।
4. धैर्य : छोटे से लेकर हर बिग गोल्स के लिए धैर्य जरुरी है। जिनके जीवन में धैर्य का आभाव है, उनके जीवन में सकारात्मकता, खुशहाली, जीत की लालसा का आभाव हो सकता है।कहते है न एक में सफलता नहीं मिलती लेकिन एक दिन जरूर मिलती है।
अगर कोई विद्यार्थी संयम के साथ शिक्षा ग्रहण कर रहा है,तब उसका परिणाम अच्छा हो सकता है, अगर कोई व्यापारी ईमानदारी के साथ कार्य कर रहा है, तब उसे भी अच्छा परिणाम मिल सकता है।जब ऐसा लगे कि कोई अपना नहीं है, मैं अकेला हूं। इत्यादि तब उस समय आपका एक परम धैर्य हो सकता है। इसलिए खुद को अकेले ना समझे.. लक्ष्य की प्राप्ति में समय लग सकता है इसलिए हार ना माने। धैर्य के साथ नियमित प्रयास एवं अभ्यास करे।
यह कुछ महत्वपूर्ण है टिप्स है। अगले पार्ट -2 में मैं आप सभी के साथ निम्नलिखित बिन्दुओं पर चर्चा करूंगी।
ज्ञान, कौशल, अभ्यास, आत्मविश्वास, टीम वर्क, समस्या समाधान इत्यादि।
धन्यवाद
काजल साह
|
K
|
19.12.2024
Kajal sah
Readers
123
|
"पुस्तकालय "क्यों जाना चाहिए? 
सबसे सच्चा और अच्छा मित्र अच्छी किताबें हैं। जो मनुष्य के आत्मविश्वास, आत्मज्ञा .....
|
K
|
17.12.2024
Kajal sah
Readers
156
|
सम्पर्ण, सब्र एवं संघर्ष 
सम्पर्ण, सब्र एवं संघर्ष सफलता तक पहुँचने का मार्ग है। सफलता की ललक, सुखी एवं स .....
|
K
|
08.08.2024
Kajal sah
Readers
316
|
AI AND EGO
कृत्रिम बुद्धिमत्ता और अहंकार  
आज के डिजिटल युग में AI सबसे महत्वपूर्ण तकनीकों में से एक है ।अधिकांश लोग कहते .....
|
K
|
05.12.2024
Kajal sah
Readers
188
|
चेतावनी  
किसी भी लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए सबसे पहले आलस का त्याग करना अत्यंत आवश्यक ह .....
|
K
|
03.12.2024
Kajal sah
Readers
209
|
सर्दियों में धूप 
यह विश्वास करना मुश्किल हो सकता है कि धूप में बैठने से सकारात्मक प्रभाव पड़ सकत .....
|
K
|
18.10.2024
Kajal sah
Readers
325
|
दो पहलू  
सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहाँ खेल से लेकर साहित्य तक, कला से लेकर कौशल .....
|
K
|
29.09.2024
Kajal sah
Readers
523
|
कविता : आखिर क्यों जन्मे बेटी? 
निशब्द मन और स्तब्ध मस्तिष्क संग
अस्थिर होती आत्मा के उद्वेलन से
अंसतुलित ह .....
|
K
|
24.09.2024
Kajal sah
Readers
376
|
मां कब बनना है.. हर महिला को मिले आजादी  
राष्ट्रीय महिला योजना आयोग कि रिपोर्ट वॉयस ऑफ़ द वॉयसलेस बताती है कि देशभर में क .....
|
K
|
23.09.2024
Kajal sah
Readers
389
|
वास्तविक पूंजी तन नहीं ज्ञान है! 
क्या लड़कियो की वास्तविक सुंदरता उसका चेहरा और तन है? क्या लड़कियो का जन्म बच्चों .....
|
|