समय किसी के लिए भी प्रतीक्षा नहीं करता है। समय सबसे गतिशील एवं बलवान है। सार्थक एवं सफल रुप से जब हम समय का उपयोग करते है, तब हम योग्य व्यक्ति बनते हैं। देखते - देखते 2024 यह वर्ष भी कुछ दिनों बाद समाप्त होने वाला है। यह वर्ष अनेक लोगों के लिए सबसे अच्छा वर्ष होगा, किसी के लिए सबसे बुरा और किसी के लिए अच्छा और बुरा दोनों। वर्तमान की परिस्थितियाँ हमारे अतीत के कर्मों से निर्मित होती हैं। वर्तमान में हम जो कार्य कर रहे हैं, वही हमारा भविष्य निर्मित करता है। जब तक हम किसी परिस्थिति, व्यक्ति, कार्य को जिम्मेदार देते रहेंगे तब हम कभी भी जीवन में आगे नहीं बढ़ सकते हैं।प्रत्येक व्यक्ति को याद रखना चाहिए कि " हमारा जीवन, हमारी जिम्मेदारी "। जीवन क्षणभंगूर है अर्थात जीवन किसी भी समय में ध्वंश हो सकता है। इसलिए यदि अगर हम खुद को शारीरिक रूप से, मानसिक रुप से एवं आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं, तब हमें सबसे पहले हमें अपने दिनचर्या को सार्थकपूर्ण कार्यों से परिपूर्ण करना होगा।
नया वर्ष 2025 आने वाला है।अगर आप 2025 के प्रत्येक दिन को सार्थकपूर्ण बनाने चाहते हैं? तब कुछ महत्वपूर्ण कार्य को अपने जीवन में जरूर सम्मलित करें। विद्यार्थी, वर्कर, बिजनेसमैन इत्यादि सभी को निम्नलिखित महत्वपूर्ण कार्य जरूर करना चाहिए।
1. जल्दी : जल्दी सोना और जल्दी उठना एक स्वस्थ जीवन पाने के लिए पहला कदम। जल्दी उठने से हमारे पास ज्यादा समय रहता है। हम अपने कार्य को ज्यादा ऊर्जापूर्ण एवं सार्थकपूर्ण तरिके से कर सकते हैं।
अगर आप स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं, तब सही समय पर उठे और सही समय पर सोये। 7-8 घंटे की नींद जरूर पूर्ण करें। नींद पूर्ण होना जरुरी है, तब ही आप अच्छे से कार्य कर पाएंगे।
कई लोग सुबह नहीं उठ पाते हैं, क्योंकि उनका why स्पष्ट नहीं है। सुबह उठकर करना क्या है? जल्दी सोना और जल्दी उठना तब ही सम्भव है, जब हमारा लक्ष्य स्पष्ट हो।
2. पानी एवं ध्यान : सुबह उठने के बाद रोजाना उन चीज़ों के लिए आभार व्यक्त करें, जिनके लिए आप कृतज्ञ है। शिकायत, घृणा, नफ़रत इन सभी विकारों को नष्ट करने का एक सबसे मजबूत माध्यम है आभार व्यक्त करना।
आभार व्यक्त करने के बाद 1-2 गिलास पानी जरूर पियें। सुबह उठकर पानी पीना इसलिए जरुरी है, क्योंकि 7-9 घंटे नींद के दौरान पानी का सेवन नहीं करते हैं। इसलिए यह अत्यंत आवश्यक है सुबह पानी का सेवन करना। पानी पीने के बाद मन एवं तन को एकाग्र करने के लिए एवं चिंता, तनाव को दूर करने के लिए ध्यान जरूर करें। मानसिक स्पष्टता एवं शारीरिक एकाग्रता के लिए मैडिटेशन करना अत्यंत आवश्यक है।
4. स्वस्थ भोजन एवं व्यायाम : " जैसा अन्न वैसा मन " जैसा हम भोजन का सेवन करते हैं, उसका प्रभाव तन और मन दोनों पर पड़ता है। इसलिए हमें स्वस्थ भोजन का सेवन करना चाहिए। जंक फ़ूड का सेवन करना तन और तन और मन दोनों के लिए घातक है। इसलिए ब्रेकफास्ट, लंच एवं डिनर में ऐसे भोजन को शामिल करें, जिससे आपके शरीर को शक्ति एवं मन को ऊर्जा मिले। सक्रियता से कार्य के लिए स्वस्थ भोजन का सेवन करना अनिवार्य है।
5. डीप वर्क : विद्यार्थी होने के नाते एकाग्र एवं गहराई से पढ़ने के लिए समय निर्धारित करें। अगर आप जॉब करते हैं, तब ध्यान से जॉब के टाइम में एकाग्रता एवं गहराई से कार्य करें। अगर आप बिजनेसमैन है तब अपने बिज़नेस के लिए डीपली कार्य करें।
डीप वर्क करते समय सारे distractions को दूर करके अनुशासन के साथ कार्य करें। डीप वर्क विथ डिसिप्लिन अत्यंत आवश्यक है।
6. समाजिक कौशल : मनुष्य एक समाजिक प्राणी है। मनुष्य समाज में जन्म लेता है और समाज में ही उसकी मृत्यु होती है।समाजिक कौशल एवं लोगों के साथ संबंध बनाना अत्यंत जरुरी है। इसलिए सप्ताह में 2 दिन जरूर निकाले, जब आप नये - नये जगह पर अपने परिवार, अपने फ्रेंड या अकेले यात्रा करने के लिए निकले। नये - नये लोगों से मुलाकत, उनकी संस्कृति एवं सभ्यता को जानने का मौका इत्यादि।
अगर आप नये - नये स्थान पर यात्रा नहीं कर पा रहे हैं, तब ऐसे अपने स्कूल, कॉलेज, ऑफिस इत्यादि के कार्यक्रमों में जरूर हिस्सा लें। समाजिक कार्यक्रमों में भाग लेने से सोशल स्किल में उन्नति उन्नति होती है।
7. बोलने से ज्यादा सुने : बोले कम सुने ज्यादा यह सुंदर एवं सफल जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। दूसरों की बातों को ध्यान से सुनें। दूसरों को ध्यान से सुनने से ज्ञान में वृद्धि एवं अन्य लोगों से सम्मान मिलता है।
8. सीखें : सीखना जीवन पर्यन्त क्रिया है।मानसिक एवं बौद्धिक उन्नति एवं सही निर्णय लेने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को सीखना चाहिए। अगर आप एक विद्यार्थी हैं, तब अपनी पढ़ाई पूर्ण करने बाद रोजाना 1-2 घंटा मेन्टल हेल्थ की मजबूती के लिए सीखें।
अरबों - खरबों रूपये के मालिक रोजाना सीखते हैं। किताबों का अध्ययन करें, कोर्स से सीखें। आज हमारे स्मार्टफोन से जिसके जरिये हम विभिन्न विषयों पर निशुल्क ज्ञान हासिल कर सकते हैं।
10. मनोरंजन : रूटीन में केवल मनोमंजन ही जरुरी नहीं है। मनोरंजन भी जरुरी है। इसलिए 1-2 घंटे अपने पसंदीदा हॉबी के लिए, फ़िल्म देखने के लिए इत्यादि के लिए समय जरूर निकाले।
यह कुछ महत्वपूर्ण कार्य है, जो प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए। आशा करती हूं कि यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा।
धन्यवाद
काजल साह
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