जब हम अपने विचारों को काव्य, निबंध, कहानी इत्यादि के लिखकर प्रस्तुत करते हैं , तब उसे लेखन की कला कहते हैं।किसी भी फील्ड में बेहतर बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है सही दिशा में प्रतिदिन सार्थक अभ्यास करना। लेखन एक बेहद महत्वपूर्ण कला है। लेखन के किसी भी विधा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए निरंतर अभ्यास निरंतर प्रयास अनिवार्य है।
आज इस निबंध मैं आप सभी के साथ साझा करूंगी कि कैसे राइटिंग स्किल में कैसे बेहतर बन सकते हैं? किन मुख्य बिंदुओं को ध्यान रखने की नितांत आवश्यकता है।
1. नियमित : किसी भी फील्ड में बेहतर करने के लिए नियमित रूप से सही दिशा में प्रयास करना अत्यंत आवश्यक है। अगर आप लेखन की किसी एक विधा ( निबंध, काव्य, कहानी इत्यादि ) को लिखते हैं, तब विधा को रूचि एवं एकाग्रता के साथ प्रभावी तरिके से नियमित लिखें।
नियमित अभ्यास करने के बाद अपने लेखन को ऐसे व्यक्ति के साझा करें, जिनको उस विधा के बारे में ज्ञान हो। उनके फीडबैक को जरूर ले।
2. किताबें : अच्छा लिखने के लिए अच्छा पढ़ना पडता है। आज डिजिटल युग में अधिकांश युवाओं का समय इंटरनेट पर रील्स देखने से खर्च हो रहा है। युवाओं का संबंध किताबों से धीरे - धीरे दूर होते जा रहा हैं। अगर आपको लेखन में रूचि हो या नहीं लेकिन अच्छी किताबों को अध्ययन सब को करना चाहिए।
अगर आप लेखन की कला को विकसित करना चाहते हैं, तब अच्छी किताबों का अध्ययन करें। अच्छे लेखकों की किताबों को पढ़ने से आप उनके शैली, शब्दावली, विचार, रचनात्मकता इत्यादि को अच्छे से जान पाएंगे।
लिखने के साथ पढ़ने का भी अभ्यास करें। किताब पढ़ने के अनेक लाभ है :
# प्रतिदिन नए शब्द सीखने का अवसर और उन शब्दों को आप लेखन में उपयोग कर सकते हैं।
# क्रिएटिविटी, प्रेजेंटेशन और क्लारिटी में उन्नति।
3. स्पष्टता और पाठक :स्पष्टता के बिना जीवन मूल्यहीन है। इसलिए आप जो भी कार्य कर रहें हैं, उस कार्य के प्रति स्पष्टता का होना आवश्यक है।अगर आप लेखन में बेहतर करना चाहते हैं, तब आपको यह अनिवार्य रुप से पता होना चाहिए कि आपकी रूचि किसी विधा में है? अन्य लोगों को देखकर अपना राह ना बदले।
जो भी कार्य करे, उसे स्पष्टता के साथ करें। स्पष्टता के साथ पाठकों को समझें। अगर आप एक अच्छे कवि या लेखक बनना चाहते हैं, तब अपने पाठक को समझें।अगर आप चाहते हैं कि पाठक आपकी किताबों को पढ़ते रहें हैं, तब पाठक के रूचि के अनुसार लिखने का प्रयास करें। सरल एवं प्रभावशाली शब्दों का चयन करें।
4. उद्देश्य और व्याकरण : हर कार्य के पीछा कोई ना कोई उद्देश्य रहता है। आज कोई विद्यार्थी अपने पढ़ाई के साथ - साथ कौशल विकसित कर रहा है। कारण :, ज्ञान और भविष्य में लाभ प्राप्ति के लिए। अगर आप लिखते हैं, तब अपने लिखने के उद्देश्य को जरूर जानने का प्रयास करें। उद्देश्य ही जीवन को उड़ान देती है। अगर आप किसी भी विधा बहुत दूर तक आगे बढ़ना चाहते हैं, तब पहले उद्देश्य को जरूर जान लें।
जिस प्रकार पब्लिक स्पीकिंग में शब्दों का चयन, आपकी भाषा, वे ऑफ़ प्रेजेंटेशन इत्यादि देखी जाती है। ठीक उसी प्रकार लेखन में शुद्ध और सही व्याकरण का उपयोग करें। अगर आप निरंतर व्याकरण में गलती कर रहें हैं, तब यह आपकी छवि को खराब कर सकती हैं। इसलिए अपने गलतियों से सीखें और सुधार करने का पूरा प्रयास करें।
5. प्रतियोगिताएँ : प्रतियोगिताएँ सीखने, सुधारने और आगे बढ़ने का सुअवसर है। ऑनलाइन और ऑफलाइन के माध्यम से आज लेखन, चित्रकला, भाषण इत्यादि का आयोजन होता है। छोटा प्लेटफार्म हो या बड़ा प्लेटफार्म जब भी लेखन प्रतियोगिता ऑनलाइन या ऑफलाइन हो, तब जरूर भाग ले। सीखने का सबसे उत्तम माध्यम है प्रतियोगिता।
यह कुछ महत्वपूर्ण टिप्स है, जिससे आप लेखन की कला में बेहतर कर सकते हैं। उपरोक्त टिप्स के अलावा है - लेखन में भावनाएँ जोड़ें, अपने लेख को संपादित करें, सही समय एवं सही स्थान का चयन करें एवं पढ़ाई को हमेशा प्राथमिकता दें।
आशा करती हूँ, यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा। अब अगले निबंध मैं आप सभी के अन्य विषय पर महत्वपूर्ण बिंदुओं को साझा करूंगी।
धन्यवाद
काजल साह
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