शांत एवं संतुलित मन से किसी कार्य को करने से परिणाम अच्छा होता है।शिक्षा,खेल एवं कला में आगे बढ़ने के लिए शांत एवं संतुलित बुद्धि अनिवार्य है।शांत एवं संतुलित मन आत्मनियंत्रण ,आत्मसंयम एवं आत्मविकास का मार्ग है।शांत एवं संतुलित मन ही सच्चा चिंतन होता है।आज इस निबंध मैं आप सभी के साथ शांत एवं संतुलित बुद्धि का क्या – क्या लाभ होता है और क्यों जरूरी है? यह आज आप सभी के साथ साझा करूंगी।
1.विचार एवं निर्णय :चंचल मन अर्थात अस्थिर मन हमारा सबसे बड़ा शत्रु होता है।मन की चंचलता की वजह मनुष्य की सोचने एवं निर्णय लेने की शक्ति कमजोर हो जाती हैं।जल्दीबाजी में मनुष्य निर्णय लेने में गलती कर देता है,इसलिए चंचल अर्थात् अस्थिर मन मनुष्य का सबसे शत्रु होता है। शांत एवं संतुलित मन अर्थात स्थिर बुद्धि महान होती है।शांत एवं संतुलित मन के जरिए ही मनुष्य जल्दीबाजी में न सोचकर गहराई से विचार करता है।शांत एवं संतुलित मन में ही सच्चा चिंतन होता है। कई बात मनुष्य राग भाव जैसे क्रोध , नफरत इत्यादि के वजह से गलत सोचता है और गलत निर्णय लेता है।शांत एवं संतुलित से तात्कालिक भावनाओं में न बहकर सोच– समझकर एवं बुद्धिमत्ता के किसी भी फैसला का निर्णय लेता है।
2. लाभ: क्रोध,नफरत, घृणा इत्यादि ऐसे भाव है,जो मनुष्य को धीरे – धीरे बाह्य एवं आंतरिक दोनों रूपों में कमजोर कर देता है।ऐसे भावों का परिणाम केवल स्वयं को नहीं बल्कि अन्य लोगों को भी नुकसान पहुंचता है।
शांत एवं संतुलित बुद्धि से इन भावों ( क्रोध,नफरत,घृणा इत्यारी) को दूर किया जा सकता है।शांत एवं संतुलित मन का प्रभाव दीर्घकालिक होता है।
3.महान; कहा भी जाता है कि जो गरजते हैं, वह बरसते नहीं।
ऐसे व्यक्ति ही गरजते है,जिनका मन अस्थिर होता है एवं हर कार्य को जल्दीबाजी में करते हैं।लेकिन इतिहास गवाह है,जिसने भी सफ़लता हासिल की है,अपने शांत एवं संतुलित बुद्धि के माध्यम से ही है।महात्मा गांधी,गौतम बुद्ध,विवेकानंद जैस महान लोग शांत,धैर्यशील एवं संतुलित सोच वाले थे।ऐसे महान लोगों के जीवन से हमें सीखना चाहिए एवं उनके बताएं हुए मार्ग पर चलना चाहिए।
3.विवेक एवं प्रभाव:जीवन एक यात्रा है।इस यात्रा में सुख एवं दुख दोनों का अनुभव लेना स्वाभाविक है।जीवन में कठिन परिस्थितियों के आगमन से कई बार मनुष्य अपना धैर्य खो बैठता है और अस्थिर बुद्धि से गलत निर्णय ले लेता है,जिसका प्रभाव उसके जीवन एवं अन्य के जीवन में पड़ता है।लेकिन स्थिर मन से मनुष्य धैर्य एवं विवेक से कोई निर्णय लेता है।यह वास्तव में सत्य है, कि संतुलित बुद्धि वाला व्यक्ति मुसीबतों से भी घबराता नहीं है,बल्कि अपनी शक्ति एवं ऊर्जा का उपयोग पहचतावा एवं परेशान नहीं होने पर बल्कि समाधान खोजने में शांत एवं संतुलित बुद्धि करता है।शांत एवं संतुलित बुद्धि का प्रभाव केवल स्वयं तक ही नहीं बल्कि दूसरों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।स्थिर मन वाले व्यक्ति के विचार,व्यवहार एवं सोच से लोग आकर्षित होते हैं और उनसे प्रेरित भी होते हैं।
शांत एवं संतुलित बुद्धि के अनेक फायदे हैं।उपरोक्त लाभ के अतिरिक्त है – संतुलित बुद्धि तनाव एवं दुख को दूर कर देती है,सफलता के लिए जल्दीबाजी नहीं बल्कि शांत एवं संतुलित मन की आवश्यकता है।
आशा करती हूं कि यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा।
धन्यवाद
काजल साह
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