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17/02/2025 Kajal sah Development Views 292 Comments 0 Analytics Video Hindi DMCA Add Favorite Copy Link
आत्मविश्वास,आत्मविकास और आत्मप्रगति का माध्यम है परीक्षा

आत्मविश्वास,आत्मविकास और आत्मप्रगति का माध्यम है परीक्षा। स्कूल एग्जाम हो या कोई प्रतियोगी परीक्षा प्रत्येक विद्यार्थी का कर्तव्य होना चाहिए कि वे हर विषय की अच्छे से पढ़े और परीक्षा दे।भारत की नई शिक्षा प्रणाली में शिक्षा से संबंधित विभिन्न अच्छे बदलाव किए गए है।अब यह धीरे – धीरे पूरे भारत में लागू होने में समय लग सकता है। mutebreak.com इस गोल्डन प्लेटफॉर्म पर मैंने आप सभी के साथ यह साझा कर चुकी हूं कि आप कैसे एग्जाम अच्छे से preparation कर सकते हैं? लेकिन ऐसे अनेक विद्यार्थी है,जो एग्जाम के समय ऐसी अनेक गलतियां करते हैं,जिसके वजह से वे एग्जाम में वे अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते हैं।आज उन्हीं गलतियों को मैं आप सभी के साथ साझा करूंगी,जो आपको अपने एग्जाम के दौरान नहीं करना चाहिए। Smartly तरीके से पढ़े और परीक्षा दें। 1. टालने की आदत:सफल और असफल व्यक्ति के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि असफल व्यक्ति इसलिए बार – बार असफल होता है,क्योंकि वह हर महत्वपूर्ण कार्य को कल पर टालने का प्रयास करता है और वह कल कभी नहीं आता। एक समझदार स्टूडेंट अपने विषयों को अच्छा से पढ़ता और समझता है और प्राथमिक कार्य को सबसे पहला करता है।लेकिन ऐसे अनेक विद्यार्थी है,जो शुरू से पढ़ाई नहीं करते,जो शुरू से विषय ठीक से नहीं पढ़ते और अंत समय में पढ़ाई करते हैं।जिसकी वजह न तो एग्जाम की तैयारी कर पाते और चिंता और परेशानियां बढ़ने लगती है। 2. रूटीन : एग्जाम के समय में परीक्षा के लिए समय का सही और सार्थक से उपयोग करना सबसे जरूरी है। एग्जाम आने से पहले और एग्जाम के दौरान हर क्षण बेहद मूल्यवान है। अनेक विद्यार्थी एग्जाम के प्रिपरेशन के लिए गोल्स और रूटीन बनाते हैं।लेकिन उसे फॉलो नहीं करते हैं,जिसका नकारात्मक प्रभाव उनके परीक्षा पर पड़ता है।इसलिए यह अनिवार्य है कि अगर आप एग्जाम के लिए रूटीन/ गोल्स बना रहे हैं,तब उसे फॉलो करने से न चुके । 3. नाइट स्टडी:अधिक विषय की अधिकता होने की वजह से ऐसे अनेक विद्यार्थी है ,जो रात भर जगकर पढ़ाई करते हैं और नींद पूरा नहीं करते हैं ।स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन निवास करता है,इसलिए उचित नींद और हेल्थी भोजन भोजन का सेवन अनिवार्य रूप से करें।exam के एक दिन पहले पढ़ने की आदत को हटाएं और अच्छे से पढ़ाई करें। 4. सही चुनाव नहीं: स्कूल पढ़ाई,कॉलेज पढ़ाई या प्रतियोगी पढ़ाई हो।किसी भी विषय की पढ़ाई की शुरुआत कक्षा में प्रवेश करते ही होना चाहिए। लेकिन विद्यार्थी शुरू से नहीं पढ़ते हैं और अंत में अलग – अलग स्थान से नोट्स ढूंढ़ने लगते हैं।जो विषय से संबंधित किताबें हैं,उस विषय की किताबों को पढ़ें और खुद से नोट्स बनाएं । खुद से बनाया हुआ नोट्स आपके लिए प्रभावशाली और उम्दा हो सकता है। ज्यादा स्त्रोत पर आधारित न रहें और एक सटीक स्थान से पढ़े और तैयारी करें। 5. समझना: रट्टन विद्या हर विषय के लिए लागू नहीं होता है।विषय को समझना सबसे जरूरी है।याद करते समय विषय को समझकर याद करें।लेकिन अनेक विद्यार्थी जो विषय को समझते नहीं बल्कि जैसा लिखा रहता है,वैसा रट्टने लगते हैं। 6. इग्नोर नहीं करते: औसतन विद्यार्थी एग्जाम में इसलिए अच्छा परफॉम नहीं कर पाते ,क्योंकि वे distractions को इगोर नहीं करते।जैसे – पढ़ते समय मोबाइल फोन देखना, पढ़ाई करते समय सोशल मीडिया का उपयोग करना इत्यादि। ये सभी नकारात्मक कार्यों को इग्नोर करना चाहिए । इग्नोर नहीं करने की वजह से पढ़ाई में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ये कुछ महत्वपूर्ण गलतियां है,जो अधिकांश विद्यार्थी करते हैं। जिसका प्रभाव उनके परीक्षा पर पड़ता है। और कुछ ऐसे गलतियां है ,जो विद्यार्थी को नहीं करना चाहिए। जैसे – ओवरकॉन्फिडेंस दिखाना,सेल्फ डाउट,रिवीजन स्किप करना ,बिना पढ़े अधिक ब्रेक लेना,नो रेगुलर अभ्यास इत्यादि। स्वयं पर विश्वास करें और अच्छे से परीक्षा दे।परीक्षा केवल अंक लाने का ही माध्यम नहीं,बल्कि प्रगति का भी मार्ग है । आशा करती हूं कि यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा। धन्यवाद काजल साह

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